तीन बेटियों को नदी में फेंक कर देवर के साथ खुद भी कूदी महिला, ये थी वजह

रायबरेली के गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपनी तीन बेटियों को सई नदी में फेंकने के बाद खुद भी देवर के साथ छलांग लगा ली।इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। महिला को डूबते देख राहगीरों ने उसे जिंदा बचा लिया। महिला ने दोबारा नदी में कूदने की कोशिश की तो उसे पेड़ से बांध दिया गया। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंचे गोताखोरों ने दो मासूम बेटियों व देवर के शव को नदी से बाहर निकाल लिए लेकिन डेढ़ साल की मासूम की तलाश की जा रही है। पुलिस ने महिला व उसके पति को हिरासत में ले लिया है।
जिले के हरचंदपुर थानाक्षेत्र के पूरे महादेवन मजरे रहवां निवासी अमरनाथ व उसकी पत्नी रामकली के बीच गुरुवार रात को किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। अमरनाथ बिहार में रहता है। वो होली पर ही घर आया था। पति से झगड़ा होने के बाद शुक्रवार की सुबह रामकली बाइक से अपनी तीन बेटियों हिमांशी (6), दामिनी (4) और रोशनी (डेढ़ साल)और देवर अमरदेव (35) के साथ मायके जाने का बताकर घर से निकली थी। इसके बाद सभी गुरुबख्शगंज थाना क्षेत्र के अघौरा स्थित सई नदी पुल पर पहुंचे।
रामकली ने बताया कि उसने पहले तीनों लड़कियों को पुल से नदी में फेंक दिया और फिर देवर अमरदेव के साथ खुद भी नदी में छलांग लगा दी। इसी दौरान मौके पर पहुंचे राहगीरों ने महिला को किसी तरह नदी से बाहर निकाल लिया। महिला ने दोबारा नदी में कूदने का प्रयास किया तो उसे पेड़ से बांध दिया।
पुलिस की माने तो रोजी-रोटी की तलाश में ज्यादा समय घर से बाहर गुजारने वाले पति अमरनाथ और उसकी पत्नी रामकली के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। होली पर वह घर आया था। कई शंकाओं के कारण कहासुनी के बाद दोनों में झगड़ा हुआ था।
इस पूरे मामले पर जिले के पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई का कहना है कि सुबह नौ बजे घटना की सूचना मिली थी। गोताखोर व टीम को भेजा गया। दो बेटियों व युवक के शव को नदी से निकाला गया है। मासूम की तलाश गोताखोर कर रहे हैं। महिला को बचा लिया गया है। पति को अवैध संबंधों की आशंका थी। मामले की पड़ताल कराई जा रही है।