निर्मला सीतारमण के आर्थिक पैकेज के दूसरे दिन की घोषणाओं के मुख्य बिंदु
मोदी सरकार द्वारा पेश किया गया आर्थिक पैकेज को कांगेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक जुमला बताया है. रणदीप ने पैकेज के लिए ट्वीट करके लिखा कि निर्मला सीतारमण के आर्थिक पैकेज के दूसरे दिन की घोषणाओं का अर्थ खोदा पहाड़, निकला जुमला.
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी सरकार की घोषणाओं पर निशाना साधा है. उन्होंने इस पैकेज पर तंज कसते हुएमोदी सरकार द्वारा पेश किया गया आर्थिक पैकेज को कांगेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक जुमला बताया है. रणदीप ने पैकेज के लिए ट्वीट करके लिखा कि निर्मला सीतारमण के आर्थिक पैकेज के दूसरे दिन की घोषणाओं का अर्थ खोदा पहाड़, निकला जुमला.
इसके अलावा आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी सरकार की घोषणाओं पर निशाना साधा है. उन्होंने इस पैकेज पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि भारत की धरती पर आपको हवा फ्री मिलती है. सड़क पर पैदल चलने का आपसे कोई पैसा नहीं लिया जाता. सरकार आपको हवा जैसी जीवन के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज फ्री दे रही फिर भी आप लोग पैकेज-पैकज चिल्ला रहे हैं.
असल में देश में फैले कोरोना का हमारी अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है, इसलिए अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को राहत पैकेज की दूसरी किस्त की जानकारी दी है . जिसमें उन्होंने रेहड़ी कारोबारी, छोटे किसान, प्रवासी श्रमिकों को लेकर कई ऐलान किए. उनके इस ऐलान के बाद अब कांग्रेस ने प्रतिक्रिया भी दी है.
एक तरफ जहां विरोधी पार्टियों ने इस पैकेज की आलोचना की है, वहीं केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और राम विलास पासवान ने पैकेज को बड़ी राहत माना है.
नितिन गडकरी ने ट्वीट करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि वित्त मंत्री ने जो राहत की घोषणा की है उससे लाखों किसानों, रेहड़ी कारोबारी और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को तत्काल राहत प्रदान करेगा. केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि वित्त मंत्री ने आज आत्मनिर्भर अभियान के तहत विशेष पैकेज की कड़ी में श्रमिकों, छोटे किसानों और 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों के लिए कई घोषणाएं की हैं. संकट की इस घड़ी में सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ग की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूं.
राहत पैकेज के मुख्य बिंदु
- किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ 2.5 करोड़ नए किसानों को दिया जा रहा है. मछुआरों और पशुपालकों को भी इसका लाभ मिलेगा.
- किसानों के लिए 30,000 करोड़ अतिरिक्त इमरजेंसी वर्किंग कैपिटल फंड नाबार्ड को दिए जाएंगे. यह नाबार्ड को मिले 90 हजार करोड़ के पहले फंड के अतिरिक्त होगा और तत्काल जारी किया जाएगा.
- मिडिल इनकम ग्रुप जिनकी 6 से 18 लाख सालाना कमाई है, उन्हें मिलने वाली हाउसिंग लोन पर क्रेडिट लिंक्ड सब्सिडी स्कीम की डेडलाइन मार्च 2021 तक बढ़ी. इसकी शुरुआत मई 2017 में हुई थी. सरकार के फैसले से 2.5 लाख परिवारों को मिलेगी राहत.
- 50 लाख रेहड़ी-पटरी कारोबारियों के लिए 10 हजार रुपये का विशेष लोन दिया जाएगा, इसके लिए सरकार 5 हजार करोड़ खर्च करेगी.
- सरकार ने मुद्रा स्कीम के तहत 50000 रुपये या उससे कम के मुद्रा (शिशु) लोन चुकाने पर तीन महीने की छूट दी है. इसके बाद 2 फीसदी सबवेंशन स्कीम यानी ब्याज में छूट का फायदा अगले 12 महीने तक दिया जाएगा. करीब 3 करोड़ लोगों को कुल 1500 करोड़ का फायदा.