दिल्ली के हालात को देखकर सरकार ने जारी किया नया आदेश
दिल्ली में दंगाईयों ने जिस प्रकार से तबाही मचा रखी है उसको देखते सरकार ने एक आदेश जारी किया है, जिसके चलते दंगाईयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। इस आदेश के तहत सुरक्षाबलों के जवान हिंसाग्रस्त इलाकों में फ्लैग मार्च कर रहे हैं और साथ ही लाउडस्पीकर से दंगाईयों को देखते ही गोली मारने के आदेश की जानकारी भी दे रहे हैं।
आपको बता दें कि दिल्ली में 4 जगहों पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिन स्थानो पर कर्फ्यू लगाया गया है, उनके नाम जाफराबाद, मौजपुर, करावल नगर और बाबरपुर है। दिल्ली में अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है।स्थिति में नियंत्रण बनाए रखने के लिए सुरक्षाबल हिंसा प्रभावित इलाकों में मार्च कर रहे हैं।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा है कि कुछ न्यूज एजेंसी ऐसी खबरें चला रही हैं कि दिल्ली पुलिस ने कहा है कि गृह मंत्रालय से जरुरत के मुताबिक सुरक्षाबल नहीं मिल रहे हैं। यह पूरी तरह से गलत है। गृह मंत्रालय लगातार सपोर्ट दे रहा है और हमारे पास पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबल हैं।
उत्तर पूर्व दिल्ली के चांदबाग इलाके में हिंसा के चलते मंगलवार शाम को दंगाइयों ने दुकानों में आग लगा दी और साथ ही पथराव भी किया। पुलिस ने भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे लेकिन यह प्रयास व्यर्थ साबित हुआ। स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। दंगाइयों ने बेकरी की एक दुकान और कई फलों के ठेलों को भी जला कर राख कर दिया है।
कुछ न्यूज चैनलो ने भी इस हिंसा से हुए जान माल के नुकसान को बताते हुए ट्विटर पर लिखा है।
जेके 24×7 न्यूज चैनल ने एक ट्वीट में कहा, ‘उसके पत्रकार आकाश को दिल्ली के मौजपुर क्षेत्र में संघर्ष की कवरेज के दौरान गोली लग गई। वह अस्पताल में हैं जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।’
वहीं एनडीटीवी ने कहा, ‘उत्तर-पूर्वी दिल्ली में एक जगह उसके पत्रकार अरविन्द गुणशेखर पर दंगाइयों ने हमला किया। उनका एक दांत टूट गया है। जब उनके सहकर्मी सौरभ ने उन्हें बचाने की कोशिश की तो उनपर मुक्के से वार किया गया।’
आपको बता दें कि दिल्ली के हालत को देखते हुए उत्तर दिल्ली के सीबीएससी बोर्ड़ के एग्जाम को टाल दिया गया है।