भारतीय मार्केट में ‘tik tok’ को पड़ी भारी मार

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भारतीय मार्केट में पड़ी भारी मार के बाद इस पायदान पर जा पहुंचा ‘tik tok’

5 मई से भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव की खबरें सामने आ रहीं है ऐसे में ‘बायकॉट चीन मूवमेंट’ में भारत में प्रसिद्ध टिक टॉक को गहरी चोट लगी है. भारत में एप्पल के प्लेटफॉर्म पर टॉप-10 फ्री एप्लीकेशन्स में टिक टॉक की रैंक 5वीं थी. लेकिन करीब एक महीने बाद ये ऐप 10वीं पायदान पर आ गया है. डेटा के विश्लेषण के जरिए ये बात सामने आई है. हालांकि उद्योग से जुड़े आंकड़े बता रहे हैं कि चीन की ओर से विकसित किए गए कम ज्ञात ऐप्स मौजूदा स्थिति में भी भारत में बहुत ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल हो रहे हैं.

फिनलैंड स्थित मोबाइल-रैंकिंग प्लेटफॉर्म ऐपफॉलो का डेटा बताता है कि टिक टॉक जैसे एप्लीकेशन्स को लद्दाख सीमा पर तनाव की वजह से भारतीयों के गुस्से का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.

इसके अलावा एंड्राइड यूजर्स में भारत में टिक टॉक की रैंक 3 से खिसक कर 5 पर आ गई. लेकिन यह अभी भी भारत में टॉप-10 लोकप्रिय ऐप की सूची में शामिल है. एक और लोकप्रिय चीनी ऐप, शेयरइट ने भी गूगल के एंड्राइड प्लेटफॉर्म पर रैंकिंग में उतार देखा- शेयरइट 11वीं रैंकिंग से उतर कर 16वीं रैंक पर आ पहुंचा है.

इसके साथ ही एक और तेजी से प्रसिद्धि पाने वाले चीनी कंटेंट-शेयरिंग और सोशल-नेटवर्किंग एप्लिकेशन है- हेलो. लेकिन भारत में आईफोन यूजर्स में इसकी रैंकिंग में गिरावट आई है. फिलहाल ये 30वीं पायदान से नीचे 42 पर आ गया. इसके साथ ही एंड्रॉइड पर, फ्री ऐप्स टॉप-10 की केटेगरी से हेलो बाहर भी हो गया है. हैलो ऐप पहले 8वें नंबर पर था, लेकिन अब गिरकर 12वें स्थान पर आ गया है.

लेकिन लोकप्रिय ऐप्स के उलट कम-ज्ञात चीनी एप्लिकेशन्स इसी दौरान भारतीय बाजार में काफी प्रसिद्ध हो रहे है. उदाहरण के लिए , टॉप चीनी स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म JOYY की ओर से नियंत्रित बिगो लाइव ऐप भारत में आईफोन यूजर्स के बीच टॉप-ग्रॉसिंग मोबाइल एप्लिकेशन्स में 22वें नंबर से लंबी छलांग मार कर अब 10वें पायदान पर पहुंच गया. एंड्राइड यूजर्स में भी फ्री-एप्लिकेशन्स केटेगरी में ये ऐप अपनी रैंकिंग को सही करते हुए 86 से 81वें स्थान पर पहुंच गया है.

टिक टॉक के एक नए चीनी राइवल लाइकी को गुआनझोऊ स्थित प्लेटफॉर्म JOYY संचालित कर रहा है. आईफोन यूजर्स के बीच अपने यूजर-बेस में सुधार करते हुए इस ऐप ने फ्री-ऐप सूची में 176वीं पायदान से छलांग लगाते हुए 150वीं रैंक हासिल की है.

मंगलवार को गूगल ने मित्रों ऐप को हटा दिया, इसे टिक टॉक का भारतीय विकल्प कह कर प्रसिद्धि मिल रही थी. इससे पहले, विशेषज्ञों ने इसकी सुरक्षा सहित इसकी कमियों की ओर भी इशारा किया था. ऐप की गोपनीयता, सामग्री और स्पैमिंग संबंधित नीति भी संदेह से घिरी हुई थी. फिलहाल ये नहीं पता है कि ऐप को प्लेस्टोर पर फिर से सूचीबद्ध किया जाएगा या नहीं.

गूगल ने हाल ही में लॉन्च किए गए एक एप्लिकेशन को भी हटा दिया, जिससे मोबाइल यूजर्स को अपने फोन से चीनी एप्लिकेशंस की पहचान करने और उसे अपने फोन से अनइंस्टाल करने में सहायता मिलती थी.

जयपुर स्थित टेक्नोलॉजी फर्म की तरफ से बनाए गए इस एप्लीकेशन से चीनी ऐप्स को आसानी से हटाया जा सकता था. इस ऐप को दस दिन के अन्तराल में ही दस लाख डाउनलोड मिले थे. फिलहाल इसके डेवेलपर्स ने टेकडाउन के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं किया. हालांकि उन्होंने इतना कहा कि वे सुझावों और फीडबैक पर काम कर रहे हैं.

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