अब जल्द ही विराजमान होंगे रामलला
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में अयोध्या केस में दिए गए सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार बनने वाले भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के अध्यक्ष व इसके स्वरूप की घोषणा कर दी गई है। ट्रस्ट के अध्यक्ष अयोध्या विवाद में हिंदू पक्ष के मुख्य वकील रहे के. परासरण (92 वर्षीय) होंगे।
ट्रस्ट में कुल 15 सदस्य होंगे। जिनमें से नौ सदस्य स्थायी जबकि छह सदस्य नामित होंगे। ट्रस्ट अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण करवाएगा। साथ ही प्रंधानमंत्री इस बात को विशेष रूप से अंकित करते हुए बोले कि इस ट्रस्ट में एक दलित समाज का व्यक्ति अनिवार्य रूप से होगा।
एक नज़र इस ट्रस्ट के सदस्यों के नाम की सूची पर – के.परासरण जो की इस ट्रस्ट के अध्यक्ष होंगे। शंकराचार्य वासुदेवानंद महाराज, परमानंद जी महाराज (हरिद्वार), स्वामी गोविंदगिरी जी (पुणे), विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्रा, डॉ.अनिल मिश्रा, डॉ. कमलेश्वर चौपाल (पटना) सहित महंत धीनेंद्र दास निर्मोही अखाड़ा और डीएम अयोध्या ट्रस्ट के संयोजक सदस्यों के रूप में शामिल है। इसके साथ ही ट्रस्ट में छह सदस्य और नामित होंगे जिन्हें बोर्ड ऑफ ट्रस्ट नामित करेगा।
लोकसभा में प्रधानमंत्री द्वारा जैसे ही भव्य राममंदिर निर्माण के लिए श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की घोषणा हुई वैसे ही भाजपा कार्यालय में जश्न के बादल छा गए। महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा के नेतृत्व में लोगों ने अपनी खुशी जाहिर की । इस दौरान जयश्रीराम के नारों के साथ मिठाईयां बाँट कर अपनी ख़ुशी व्यक्त की गयी। पूर्व जिलाध्यक्ष व हनुमानगढ़ी के महंत मनमोहनदास का कहना है कि रामभक्तों व संतों की अपेक्षाओं के अनुरुप भव्य व दिव्य राममंदिर का निर्माण जल्द प्रारंभ हो जाएगा।
इस ट्रस्ट के गठन होने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अब जल्दी ही भव्य राम मंदिर के निर्माण का शुभारंभ हो जायेगा।