राजस्थान : जिन खाकी वर्दी वालों के कंधों पर लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है वही खाकी वर्दी वाले किसी निर्दोष की जान ले लेंगे ये कौन जानता था। यह पूरा मामला जयपुर के करणी विहार थाने का है। जहां एक तरफ राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव में पूरा पुलिस प्रशासन व्यस्त है तो वहीं राजस्थान के एक थाने में एक पिता की जान ले ली जाती है। उस पिता का बस इतना कसूर था कि वह अपने नाबालिग बेटे को छुड़ाने के लिए थाने पहुंच गया था । परिजनों का आरोप है कि पुलिस वालों ने उसकी पीट-पीटकर उसकी जान ले ली ।
जयपुर के करणी विहार थाने में व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आपको बता दें कि गजसिंहपुरा कॉलोनी में रहने वाले 35 साल के वैद्यनाथ जाट की करणी विहार थाने में मौत हो गई।
वैधनाथ के बड़े भाई रघुनाथ जाट से बातचीत करने पर हमें पता चला कि वैधनाथ के नाबालिग बेटे को बिना हेलमेट बाइक चलाते हुए पुलिस वालों ने पकड़ लिया था। पुलिस वालों ने बाइक भी जप्त कर ली थी और नाबालिक लड़के को साथ में थाने ले गई थी। वैधनाथ को जानकारी मिलने के बाद वो फ़ौरन थाने पहुंच जाता है। थाने में वैद्यनाथ की सब इंस्पेक्टर महावीर सिंह और अन्य पुलिसकर्मियों से झड़प हो जाती है।
पुलिस कर्मियों पर आरोप है कि पुलिस कर्मियों ने वैधनाथ को कमरे में बंद करके जमकर मारपीट की। पिटाई के दौरान वैधनाथ बेहोश हो गया तो पुलिस वालों ने उसे कमरे से बाहर निकालते हुए ये कहा कि वह ड्रामा कर रहा है।
उसके बाद भी वह पुलिसकर्मी नहीं रुके और उसके बाद दोबारा से वैधनाथ की पिटाई कर दी। उसके बाद वेदनाथ को बेहोशी की हालत में निजी अस्पताल ले गए जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। वैधनाथ की मौत होने की खबर परिजनों रिश्तेदारों को मिलते हैं परिजनों और रिश्तेदारों ने करणी विहार थाने पहुंचकर जमकर हंगामा किया।
परिजन और रिश्तेदारों के हंगामा करने के बाद आखिरकार पुलिस ने रिपोर्ट लिखकर मुकदमा दर्ज कर लिया।
इस मामले ने एक बार फिर से खाकी वर्दी वालों पर एक सवाल ये निशान खड़े कर दिए हैं । जिन खाकी वर्दी वालों को लोगों की सुरक्षा का काम सौंपा जाता है वही उनके जान लेने पर उतारू हो जाते हैं। इस मामले में अब आगे क्या कार्रवाई होती है यह तो वक्त ही बताएगा।