दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरामको पर ड्रोन हमला, फैली आग
शनिवार को पूर्वी सऊदी अरब में ड्रोन हमला हुआ हैं।सऊदी अरामको दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी मानी जाती हैं।यह दुनिया में सबसे अधिक फायदा कमाने वाली कंपनी हैं।शनिवार को हुए इस हमले की अभी तक किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली हैं।पर हमले का शक यमन के हाउती विद्रोहियों पर हैं।इससे पहले भी यमन के हाउथी लड़ाके ड्रोन से हमले करते रहे हैं।
बुकयाक की खुरैश ऑयल फील्ड में हुए इस हमले में अभी तक हताहत लोगों की स्थिति सही नहीं हो पाई हैं।कुछ ऑनलाइन वीडियो में बंदूकों की आवाज भी सुनाई दे रही हैं। साथ ही आसमान में उठता धुंआ कई किलोमीटर दूर से दिखाई दे रहा हैं।सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने सरकारी सऊदी प्रेस एजेंसी के हवाले से कहा,’ड्रोन के हमले के बाद ही तेज आग लगनी शुरू हो गई’।
एपी के सवालों पर अभी तक अरामको ने जवाब नहीं दिया है।अरामको का कहना है कि बुकयाक ऑयल फील्ड में दुनिया का सबसे बड़ा क्रूड ऑयल स्टेबलाइजेशन प्लांट स्थित है।इस प्लांट में कड़वे तेल को मीठे तेल में बदला जाता है।इसके बाद फारस की खाड़ी और लाल सागर से इसे एक्सपोर्ट कर दिया जाता है।एक अंदाज के मुताबिक दिनभर में इस प्लांट से करीब सात मिलियन बैरल क्रूड ऑयल प्रोसेस किया जाता है।
शिया बहुल हाउती विद्रोहियों को ईरान का समर्थन माना जाता है।सत्ता के लिए इनका मूवमेंट 2004 में शुरू हुआ था। पूर्व प्रेसिडेंट अली अब्दुल्ला सालेह के समर्थकों के साथ मिलकर हाउती विद्रोहियों ने राजधानी साना पर 2014 में कब्जा कर लिया था।इसके बाद सऊदी अरब ने राष्ट्रपति हादी की मदद के लिए यमन पर हमला किया था।इसमें एयरस्ट्राइक भी की गईं।हमलों ने हाउती विद्रोहियों को बहुत नुकसान पहुंचाया।लेकिन सऊदी अरब राजधानी साना पर कब्जा करने में नाकामयाब रहा।
हालांकि देश तीन धड़ों के बीच बंट गया है।इसमें अहम हिस्सा हाउती विद्रोहियों के पास है।वहीं सऊदी फौजों ने भी देश के बड़े भाग पर कब्जा कर लिया है।दक्षिण यमन का एक हिस्सा फिलहाल आतंकी संगठन अल-कायदा के कब्जे में है।