उमा भारती: मंदिर के इर्दगिर्द भी मस्जिद बनाने की बात से हिंदु हो सकता है असहिष्णु
चुनावी मौसम हो और अयोध्या के राम को याद ना किया जाए ये तो कल्पना ही हो सकती है । जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है, सियासतदानों का राम मंदिर का आलाप बढ़ता जा रहा है। और हां केवल सियासतदान ही क्यों, साधु, संतों को भी तो बयानवाजी के लिए यही मौसम फबता है।
इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने रविवार को हिंदू को दुनिया में ‘सबसे सहिष्णु’ बताया लेकिन इसके साथ ही उन्होंने ये चेतावनी भी दे डाली कि अगर अयोध्या में राम मंदिर के इर्दगिर्द भी कोई मस्जिद बनाने की बात भी करेगा तो ये बातें हिंदुओं को ‘असहिष्णु’ बना सकती है।
इसके पीछे केंद्रीय मंत्री ने मदीना और वेटिकन सिटी का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि जब पवित्र शहर मदीना में मंदिर नहीं हो सकता या वेटिकन सिटी में कोई मस्जिद नहीं हो सकती तो अयोध्या में मस्जिद की बात करना पूरी तरह से नाजायज है। अयोध्या मामला आस्था का नहीं बल्कि भूमि के एक टुकड़े का विवाद है।
उमा ने कहा, ‘मैं सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील करती हूं कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर के इर्दगिर्द मस्जिद बनाने की बात कहकर हिंदुओं को ‘असहिष्णु’ बनने पर मजबूर न करें।’
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा ने कहा, ‘इसमें इस मुद्दे पर हमें सभी दलों से समर्थन की जरूरत है। मैं राहुल समेत सभी नेताओं को अपने साथ मंदिर की आधारशिला रखने के लिए आमंत्रित करती हूं।’ साथ ही उमा ने इस विवाद का हल अदालत के बाहर निकालने पर भी जोर दिया।