राजा भैया ने औपचारिक तौर पर किया पार्टी का ऐलान, बुआ बबुआ को घेरने की तैयारी
प्रतापगढ़ के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने शुक्रवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी नई पार्टी का औपचारिक ऐलान कर दिया है। उनकी पार्टी का नाम जनसत्ता पार्टी होगा। उन्होंने बताया कि जनसत्ता पार्टी, जनसत्ता लोकतांत्रिक पार्टी व जनसत्ता दल, तीन नाम चुनाव आयोग को भेजे गए हैं।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि पार्टी सिंबल के लिए चुनाव आयोग को लेटर लिखा गया है। जल्द ही रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। पार्टी का प्रमुख मुद्दा एससी-एसटी एक्ट और प्रमोशन में आरक्षण का विरोध होगा।
यहां प्रेस कांफ्रेंस करते हुए राजा भैया ने कहा कि, एससी-एसटी एक्ट से सवर्णों के ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। हम इसके विरोध में नही हैं लेकिन वो चाहते हैं कि मामले में पहले विवेचना हो फिर गिरफ्तारी हो। संविधान की नजर में सब बराबर हैं। किसी के साथ जाति के आधार पर भेदभाव नहीं होना चाहिए।
राजा भैया ने कहा, भारतीय संविधान में सभी नागिरिकों को समानता का अधिकार है। अगर कोई जघन्य अपराध करे तो उसे सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए लेकिन किसी निर्दोष को सजा न मिले। उन्होंने कहा कि कानून में कहा गया है कि भले ही सौ अपराधी बच जाएं, लेकिन एक निर्दोष को सजा न मिले।
प्रमोशन में आरक्षण से फैलेगी निराशा
राजा भैया ने कहा कि प्रमोशन का आधार वरिष्ठता और योग्यता होनी चाहिए, जाति नहीं। जो लोग सम्पन्न हैं, उन्हें आरक्षण नहीं मिलना चाहिए, जो आईएएस व पीसीएस बन गए हैं, उनके बच्चों को आरक्षण देने की जगह गरीबों को आरक्षण दें। प्रमोशन में आरक्षण से लोगों में निराशा फैलेगी।
30 नवंबर को होगा पार्टी का ऐलान
राजाभैया 30 नवंबर को लखनऊ में अपने सम्मान समारोह के दौरान पार्टी की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें प्रदेश भर से लोगों का बेहतर समर्थन मिल रहा है। बस चुनाव आयोग से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी हो जाएं इसके बाद पार्टी की कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। हम जनता के मुद्दों को उठाएंगे।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में खासा प्रभाव
गौरतलब है राजा भैया का अच्छा खासा प्रभाव प्रतापगढ़ और इलाहाबाद जिले के कुछ हिस्से में हैं। उनकी छवि एक दबंग और क्षत्रिय नेता के तौर पर है। ऐसे में अलग-अलग पार्टियों के क्षत्रिय विधायकों से उनके रिश्ते काफी बेहतर हैं।