दोस्त के खातिर राज्यपाल से फ्रॉड
गृहमंत्री अमित शाह के नाम से मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को फोन करने के हाई प्रोफाइल प्रकरण में एक ट्रेवल्स व्यवसायी को मध्यप्रदेश एसटीएफ ने हरिद्वार से गिरफ्तार किया है।
सोमवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद ट्रांजिट रिमांड पर लेकर मध्यप्रदेश पुलिस रवाना हो गई। ट्रेवल्स व्यवसायी पर फोन में इस्तेमाल हुआ वीवीआईपी मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने का आरोप है। मध्यप्रदेश पुलिस प्रकरण में भारतीय वायुसेना के एक विंग कमांडर और साथ ही उसके एक दोस्त को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
बीते महीने की घटना है जब मध्यप्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालय में दोस्त को कुलपति नियुक्त कराने के लिए मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नाम से फोन किया गया था। संशय होने पर राजभवन ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कराया था।
मामले में मध्यप्रदेश एसटीएफ ने 10 जनवरी को आरोपी विंग कमांडर कुलदीप वाघेला और उसके दोस्त डॉ. चंद्रेश कुमार शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया था।
आरोप था कि विंग कमांडर कुलदीप वाघेला ने डॉ. चंद्रेश कुमार शुक्ला को कुलपति नियुक्त कराने के लिए राज्यपाल को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बनकर फोन कर के सिफारिश की थी।
चूंकि,जिस मोबाइल नंबर का इस्तेमाल आरोपियों ने किया था, वह गृह मंत्रालय के नंबर से मिलता जुलता था। आरोपियों ने कबूल किया था कि उन्हें यह मोबाइल नंबर भूपतवाला के दिव्य गंगा अपार्टमेंट निवासी ट्रेवल्स व्यवसायी दक्ष अग्रवाल पुत्र श्याम अग्रवाल ने उपलब्ध कराया था। उसे भी इस पूरे प्रकरण की जानकारी थी।
रविवार को भोपाल से एसटीएफ ने यहां पहुंचकर सीआईयू से संपर्क साधा था। फिर दिव्य गंगा अपार्टमेंट में आरोपी दक्ष को गिरफ्तार कर लिया था। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि मध्यप्रदेश एसटीएफ ने आरोपी को सोमवार सुबह अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रविशंकर मिश्रा की कोर्ट में पेश किया। जहां से ट्रांजिट रिमांड मंजूर होने पर वह आरोपी को साथ ले गई।