क्या पीएम मोदी स्वीकार कर पाएंगे राहुल गांधी का चैलेंज ?
चुनाव का माहौल है… नेताओं का जमावड़ा है… बयानों की बौछार है… सत्ता की चाहत है… प्रतिष्ठा की बात है… अस्तित्व की लड़ाई है…
देश के कई राज्यों में चुनाव है. उसमें से एक प्रदेश छत्तीसगढ़ में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने चुनावी भाषणों से छत्तीसगढ़ की राजनीति का तापमान बढ़ा दिया है ।
जी हां ! अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी और खासकर पीएम मोदी पर जमकर बातों के बाण से तीर छोड़े हैं।
बाण तो छोड़िए शनिवार को सरजुगा में रैली के दौरान राहुल गांधी ने पीएम मोदी को एक बार फिरसे चुनौती दे डाली । उन्होंने पीएम मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि पीएम मोदी उनसे किसी भी मंच पर आकर राफेल के मुद्दे पर 15 मिनट बहस करें।
राहुल गांधी फुल फॉर्म में थे, इतने में ही कहां रुकने वाले थे. राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी किसी भी प्रदेश में उनके साथ 15 मिनट खड़े हो जाएं और 15 मिनट मुझे बोलने दें और फिर उतनी ही देर वे बोलें.
उसके बाद राहुल गांधी ने कोरिया में चुनावी जनसभा में राज्य की बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि पिछले 15 सालों में राज्य में 2 छत्तीसगढ़ बन गए हैं, एक गरीबों का और दूसरा अमीरों का. हमारी सरकार इसे खत्म करके रहेगी.
बता दें कि शुक्रवार को अंबिकापुर में ही चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस को चुनौती देते हुए कहा था कि, ‘कांग्रेस वाले कह रहे हैं कि नेहरू की वजह से चायवाला प्रधानमंत्री बना, तो एक बार 5 साल के लिए अपने परिवार के बिना किसी को पार्टी का अध्यक्ष बनाकर दिखा दो.’
मोदी अपने भाषण में कांग्रेस को ललकार गए थे पर मोदी के इस ललकार पर पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने शनिवार को एक के बाद एक ट्वीट करते हुए जोरदार जवाब दिया. उन्होंने 15 नाम गिनाए जो कांग्रेस अध्यक्ष बने और गांधी परिवार से बाहर के थे.