अंडरवर्ल्ड में तहलका मचाने वाली ये हत्याएं किसने करवाईं ?
● वर्ष 2016 में मुन्ना बजरंगी के साले पुष्पजीत सिंह की हत्या ।
● वर्ष 2017 में बजरंगी के करीबी मोहम्मद तारिक का मर्डर।
● फिर आठ महीने बाद बागपत जेल में बजरंगी की सनसनीखेज तरीके से हत्या ।
एक समय में मोस्टवांटेड रहें बजरंगी वा उसके गिरोह के इस तरह से हुए खात्मे ने अंडरवर्ल्ड में तहलका मचा दिया था । इन तीन हत्याओं ने अंडरवर्ल्ड में समीकरण बदल डालें।
कोई माफिया दूसरे प्रदेश की जेल से यूपी नहीं आना चाह रहा तो एक माफिया अपना छत्रराज बनाने में लग गया। इन सबके बीच यह सवाल बना हुआ है कि आखिर ये तीनों हत्या किसने करवाई ? बजरंगी का विरोधी वो कौन है जिसका नेटवर्क पुलिस पर भारी पड़ रहा है।
तारिक काण्ड में फिर बयान से हड़कंप
1 दिसंबर , 2017 को तारिक की दयाल पैराडाइस होटल के पास हत्या कर दी गई थी । तारिक की पत्नी ने रिटायर सीओ जेएन सिंह, बेटे प्रदीप सिंह , सोनू व विशाल को नामजद कराया था। पुलिस का शक पूर्वांचल के पूर्व सांसद के गुर्गों पर गया । बाद में वाराणसी के गिरोह पर नजर टिकी । माना जा रहा था कि धुरविरोधी गुट ने बजरंगी के किसी करीबी को साथ मिलाकर पुष्पजीत , फिर तारिक की हत्या करवाई । 29 अगस्त को आरोपी बनाए गए जेएन सिंह के दुबारा बयान लिए गए । बेटे प्रदीप सिंह पर फिर से शक गहराया, पर वह फरार है । 20 महीने बाद भी यह तफ्तीश शून्य पर ही टिकी है।
पुष्पजीत की हत्या की फाइल बंद पड़ी
5 मार्च , 2016 में विकास नगर में बजरंगी के साले पुष्पजीत और उसके शिक्षक दोस्त संजय मिश्र को गोलियों से भून डाला गया था। पुष्पजीत की हत्या से बजरंगी तमतमा गया था । पुष्पजीत की तेरहवीं में जब बजरंगी लखनऊ आया तो दर्जनों युवा और पूर्वांचल से उसके गुर्गे घर पर एकजुट हुए थे । चर्चा होने लगी थी कि जल्दी गैंगवार होगी । लेकिन ऐसा होता उससे पहले ही इसी गुट के तारिक की हत्या कर दी गई । बाद में पुलिस ने भी गुपचुप तरीके से पुष्पजीत कांड की फाइल बंद कर दी , जो कि आज तक वह धूल फांक रही है ।
बजरंगी की हत्या, सारे केस अनसुलझे
9 जुलाई , 2018 को बागपत जेल में बजरंगी की हत्या कर दी गई । जेल में फायरिंग करने वाले सुनील राठी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ । लेकिन यह पता नहीं चल सका कि उसे जेल के अंदर पिस्टल किसने पहुंचाई और किसके आदेश से बजरंगी के ना चाहते हुए उसे असुरक्षित बागपत जेल भेजा गया । अभी तक इस पर पर्दा पड़ा हुआ है। बजरंगी का साथ देने वाले पूर्वांचल के बाहुबली विधायक इस हत्या से कांप गए । वह पंजाब जेल से आने को तैयार नहीं हो रहे । वाराणसी में कुछ लोग बजरंगी पर हावी होने की अफवाह फैलाकर अपना वर्चस्व बनाने में लगे है।
इन सवालों के जवाब ढूंढते रही पुलिस
● पुष्पजीत की हत्या से फायदा किसे पहुंचा ?
●पुष्पजीत के बाद बजरंगी का कारोबार तारिक ने संभाला ,तो वह किसकी आंखों की किरकिरी बना ?
●बजरंगी ने एक गुट से किस वजह से दूरी बनाई ?
● बजरंगी ने करीबियों को छोड़ तारिक पर भरोसा जताया ,तो इससे कौन नाराज हुआ ?
● दोनों हत्याकांड के तार बजरंगी की हत्या से जुड़े तो नहीं ?
●बजरंगी झांसी जेल से बागपत जेल भेजा गया तो कौन लोग उस दिन साथ थें ?
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