एहसास की सतर्कता से खोये बच्चे को मिली माँ

बच्चे माता-पिता के लिए सब कुछ होते है। एक माता-पिता अपने बच्चे के अच्छे जीवन के लिए कितना संघर्ष करते है और अगर किसी का बच्चा खो जाए तो माता पिता पर क्या गुज़रती है इसका अनुमान कोई भी लगा सकता है ।
5 वर्ष का बालक राजा (नाम परिवर्तित) चारबाग स्टेशन पर मिला जो अपनी मां के साथ मुंबई जा रहा था। किंतु ट्रेन में भीड़ थी जिस कारण ट्रेन पर चढ़ते समय बालक स्टेशन पर छूट गया। मां ट्रेन में परेशान हो गई की उसका बच्चा छूट गया या ट्रेन के किसी और डिब्बे में चढ़ गया ।
वह कुछ समझे इससे पहले ट्रेन वहा से चल दी, बालक एहसास रेलवे चाइल्डलाइन को प्राप्त हुआ । बालक से कुछ भी पूछो तो वह कहता, मम्मी के साथ पापा के पास जा रहा था। जी० आर० पी० रेलवे चाइल्डलाइन की मदद से बालक की माता को सूचित किया गया।
माता अगले स्टेशन कानपुर से वापस लखनऊ जंक्शन आई और अपने बच्चे को देख कर वह अपने आंसू नही रोक पाई। खुशी के आंसू उसके आंखों से बहते जा रहे थे। बालक अपनी मां को देखकर बहुत खुश हुआ। एहसास रेलवे चाइल्डलाइन द्वारा बालक सुरक्षित अपनी मां के पास पहुंच गया जो अगर गलत हाथो में चला जाता तो वह एक जोखिम भरा जीवन जीने के लिए मजबूर हो जाता।