लिटरेचर फेस्टिवल मेटाफर 2019 के दिखी चका-चौंध, पारुल्स ग्रामोफोन का लोगो हुआ लॉन्च।
लिटरेचर फेस्टिवल मेटाफर 2019 के मंच पर फिल्मकार विशाल भारद्वाज और अभिनेता नाना पाटेकर ने पारुल्स ग्रामोफोन का लोगो लॉन्च किया। इसकी प्रेसिडेंट पारुल शर्मा का ये दावा है कि ऐसी नायाब जगह उत्तर प्रदेश क्या पूरे भारत में शायद ही कहीं देखने सुनने को मिलेगी। अगले महीने गोमती नगर में खुलने वाली ये जगह अपने आप में ख़ास इसलिए होगी क्योंकि ये एक ख़ास वर्ग के लिए है। पैंतीस की उम्र के अगर आप ऊपर हैं तो आपके लिए ये उपयुक्त जगह है। वृद्ध को वरीयता दी जाएगी।एक तरह का खास कैफे होगा ये जहां रिटायर्ड लोगों को अपने शौक फिर से पूरा करने का मौक़ा और मंच दिया जाएगा। महिलाएं जो घर गृहस्थी से अब फ्री हो गई है ,जिनके बच्चे बारहवीं के बाद बाहर चले गए हैं एक एम्प्टी नेस्ट सिंड्रोम से ग्रसित हो के अवसाद की स्तिथि में चली जाती हैं। उनके लिए ये जगह सुकून का काम करेगी।यहां एक ही छत के नीचे संगीत कीऔर नृत्य की शिक्षा दी जाएगी और साथ ही साहित्य और पढ़ने लिखने के शौकीन लोग भी अपना शौक पूरा कर सकेंगे। स्वाद और सेहत साथ साथ लिए कुछ देसी खान पान की भी व्यवस्था होगी। एक रिकॉर्डिंग स्टूडियो कि भी व्यवस्था होगी जहां आप अपना गाना , कहानी, कविता आदि रिकॉर्ड कर सकेंगे।
जैसे खिचड़ी, पोहा, हल्दी का दूध,कढ़ी चावल,निमोना इत्यादि। पुराने क्लासिक गाने और फ़िल्मों का भी लुत्फ उठाया जा सकता है । पारुल शर्मा का कहना है कि ये जगह उनके माता पिता को समर्पित होगी और वो उस भ्रम को भी तोड़ना चाहती हैं कि सिर्फ बेटे ही अपने मां बाप का नाम आगे ले जा सकते हैं। उषा महेश फाउंडेशन के अन्तर्गत ग्रामोफोन की गतिविधियां चलेंगी। कार्यक्रम में एक वीडियो को भी लॉन्च किया गया। साथ में थीं लिट फेस्ट की डायरेक्टर कनक रेखा चौहान, मेरी ज़िन्दगी फीमेल बैंड की संस्थापक डा जया तिवारी, यूरो किड्स की प्रिंसिपल दीप्ति ग्रोवर, एजुकेश निस्ट रश्मि बाजपेई , आली शर्मा ,रजत शर्मा और आसिफ अंसारी। पारूल स ग्रामोफोन की टैगलाइन ‘ रुक जाना नहीं …’ ही अपने आप में पूरी कहानी कह इसकी खासियत दर्शाता है।