पढ़ें कमलेश तिवारी के कातिल अशफाक और पत्नी-पिता की फोन पर पूरी बातचीत
कमलेश तिवारी हत्याकांड में हर दिन एक नए खुलासे हो रहे हैं। इसी क्रम में कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले दोनों कातिलों में एस एक अशफाक हुसैन के अपने परिवार के बातचीत का ब्योरा सामने आया है। दरअसल, कमलेश तिवारी की हत्या के बाद बरेली और नेपाल में छिपते घूम रहे हत्या के मुख्य आरोपी अशफाक हुसैन व मोइनुद्दीन पठान 21 अक्तूबर को लखनऊ कोर्ट में समर्पण करने की तैयारी में थे। इसी वजह से वह नेपाल से 20 अक्तूबर की रात में शाहजहांपुर पहुंचे थे। वहीं से अशफाक ने अपनी पत्नी और पिता से बातचीत की। जानें उन दोनों के बीच में क्या बातचीत हुई….
: हैलो।
: हैलो हां मीनू।
: कहां हो मेरी जान, कहां हो।
हम लोग कल लखनऊ पहुंच जाएंगे। पापा को बोल दीजिए।
: हां पापा साथ में हैं। पर प्लीज तुम यहां आ जाओ। हम यहां से प्रोसेस करेंगे, हम सब करके रखे हैं तुम्हारे लिए।
: पॉसिबल नहीं है।
: क्यों पासिबल नहीं है। हां है पापा हमारे साथ, लो पापा से बात कर लो।
: हां बेटा अल्लाह साथ है। हमारा अच्छा होगा। कुछ भी करके यहां आ जाओ तेरा भी अच्छा होगा। यहां आ जाओ बेटा, नहीं तो हम कैसे भी करके वहां से तुमको लेने आ जाएं।
: हम लोग जा रहे हैं, शाहजहांपुर में रुके हैं, कल लखनऊ पहुंचेंगे।
: वहां मत जाओ बेटा, ए साइड आ जाओ। उन लोगों ने न बोला है। हम वहां होके आए हैं। बेटा यहां आ जाओ। यहां एटीएस से बात हो गई है। उन्होंने कहा कि हम सब करा देंगे। फोन पत्नी ले लेती है।
: हैलो बाद में फोन करता हूं।
: लेकिन फोन करना हां प्लीज।
: दूसरे का फोन है।
: यहां आ जाओ, फोन करोगे न आओगे न कल। तुम अच्छे हो।
: अल्लाह का शुक्र है।
बता दें कि हत्या के मुख्य आरोपी अशफाक हुसैन को पत्नी और पिता से बातचीत के आधार पर लगा कि गुजरात एटीएस से घरवालों की डील हो गई है। इसके बाद उन्होंने लखनऊ कोर्ट में समर्पण करने का इरादा बदल दिया और सीधे गुजरात एटीएस के पास पहुंच गए। हालांकि, यह गुजरात एटीआस की बिछाई गई चाल थी, जिसमें दोनों कातिल फंस गए और सलाखों के पीछे चले गए।