चीन की तरफ से भारतीय सेना को मिला एक और तनाव
सीमा विवाद को लेकर चीन और भारत के बीच लद्दाख में तनाव बढ़ता ही जा रहा है। सूत्रों के अनुसार लद्दाख के पैंगोंग सो झील और गलवां नदी घाटी समेत कुल तीन जगहों पर 300 सैनिकों की तैनाती के साथ चीन ने अपना दावा किया, जिसके बाद भारत द्वारा भी अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की गयी है।
सूत्र ने बताया, हमारे उपग्रह की निगरानी और खुफिया जानकारी से पता चला है कि चीन ने गलवां नदी के पास भारतीय गश्ती क्षेत्र के पास सैनिकों के लाने-ले जाने और सामानों की आपूर्ति के लिए क्षेत्र में कई सड़कों का निर्माण किया है। वहीं, दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में 81 ब्रिगेड के अधिकारियों और उनके चीनी समकक्षों के बीच बैठकें हो रही हैं।
सूत्रों का कहा है कि चीनी सेना ने बीते दो सप्ताह में 100 से ज्यादा तंबू लगाकर अपनी स्थिति को मजबूत किया है। साथ ही चीन ने बंकर बनाने वाली मशीनों को भी लाना चालू कर दिया है। भारतीय सेना ने भी गलवां झील और घाटी क्षेत्र, दोनों जगह पर निर्माण चालू कर दिया है। फिलहाल भारतीय सेना इस क्षेत्र में बेहतर स्थिति में है। आपको बता दें कि पिछले एक सप्ताह में चीनी सैनिकों की तरफ से भारतीय सैनिकों पर कई हमले करने की भी खबर मिली है लेकिन इसकी अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी।
गौरतलब है कि शनिवार को सीमा विवाद को लेकर भारत-चीन में तनाव के बीच सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे लद्दाख दौरे पर पहुंचे।इस दौरे में नरवणे के साथ साथ सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी, 14वीं कोर के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी भी थे।
सेना प्रमुख ने पूरे हालात के साथ रक्षा तैयारियों का भी पूरा जायजा लिया।
आपको बता दें कि इसी इलाके के गलवां नदी घाटी के पास पिछले दिनों भारत और चीन की सेना के बीच झड़प हो गयी थी।इससे पहले भी नरवणे ने जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की लगातार बढ़ती घटनाओं और सीमा पर पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी को देखते हुए बीते महीने वहां का दौरा किया था।