आगरा: चार बच्चों की मां ने प्रेमी संग मिल की थी पति की हत्या, पुलिस तलाश में जुटी, पढ़ें पूरा घटनाक्रम
सिकंदरा के राधा नगर में चेन फैक्टरी के ऑपरेटर हरिओम तोमर की हत्या कर संदूक में बंद करके जवाहर पुल से यमुना में फेंकी गई लाश तीसरे दिन भी नहीं मिल सकी। पुलिस गोताखोरों और स्टीमर की मदद से तलाश करने का प्रयास कर रही थी। तीसरे दिन सोमवार को भी संदूक नहीं मिला। अब पीएसी के स्पेशल गोताखोरों को बुलाया जा रहा है।
हरिओम सिकंदरा के राधा नगर में परिवार सहित किराए पर रह रहा था। उसकी पत्नी बबली के दहतोरा मोड़ निवासी कमल से संबंध हो गए थे। 3 नवंबर को दोनों ने हरिओम की हत्या कर दी। सीओ हरीपर्वत एएसपी सौरभ दीक्षित ने बताया कि लाश की तलाश की जा रही है। पीएसी के गोताखोरों को बुलाया गया है।
दादी, पापा कहां चले गए हैं? वह कब आएंगे? मम्मी भी पुलिस के पास से नहीं आईं हैं। पापा को बुला लाओ। हरिओम के बच्चे बार-बार यही बात पूछ रहे हैं। हरिओम की 15 दिन पहले हत्या कर दी गई थी। इसके आरोप में पत्नी बबली को जेल भेज दिया गया है। हरिओम के चारों बच्चों को दादा दादी ही संभाल रहे हैं।
हरीओम की बड़ी बेटी ज्योति (11) दूसरी बेटी रागिनी (10) है। सोमवार दोपहर वह बार-बार कागज पर चित्र बना रही थी। जब भी याद आती है, वह दादा-दादी से पिता के बारे में पूछने लगती है। बेटा नमन (4) दादी से बार-बार यही पूछ रहा था कि पापा कब घर आएंगे। हरिओम की मां मुन्नी देवी पोती को किसी तरह समझा देती हैं। वह भी बेटे की याद में आंसू बहा रही हैं। मुन्नी देवी कहती हैं कि अब बच्चों को कौन पालेगा? उनके पास न खेत है और न कमाई का कोई और साधन। हरिओम की सबसे छोटी बेटी डेढ़ वर्षीय वंदना है। बच्चों का हाल देखकर गांव की महिलाओं के भी आंसू निकल रहे हैं।
आरोपियों ने हत्या के बाद शव को संदूक में रखकर जवाहर पुल से यमुना में फेंक दिया। पुलिस पिछले तीन दिन से लगातार जवाहर पुल के नीचे यमुना में शव की तलाश कर रही है।
पुलिस को कमल ने बताया कि वो बोदला स्थित साड़ी शोरूम में काम करता है। जनवरी में बबली शोरूम पर आई थी। वो साड़ी दिखा रहा था। तभी उसके संबंध बबली से हो गए। इसकी भनक हरिओम को हो गई। अगस्त में बबली को कमल लेकर चला गया था। दो महीने बाद लौटा था। हरिओम ने पत्नी को समझाया। घटना वाले दिन हरिओम ने बबली की पिटाई की। बबली ने कमल को फोन से जानकारी दी। रात 11:30 बजे कमल बबली से मिलने पहुंच गया।
इस दौरान झगड़ा होने पर कमल ने उसका गला दबा दिया। बबली ने पैर पकड़ लिए थे। हालांकि पुलिस की पूछताछ में बबली ने बताया कि वो दोनों बेटियों को लेकर बैठी हुई थी। तभी कमल का पति से विवाद हो गया। उसने हत्या कर दी। पकड़े जाने के डर से वो उसके साथ चली गई। कमल ने तीन नवंबर रात ढाई बजे ऑटो रिक्शा बुक किया। चालक को टूंडला जाने की बात कही। वाटर वर्क्स पर पहुंचने पर उतर गए। चालक ने जाने से मना कर दिया। इसके बाद संदूक को यमुना में फेंककर दिल्ली चले गए।