मध्यप्रदेश चुनाव: शिवराज सिंह के साले ने थामा कांग्रेस का दामन
क्या हो अगर युद्ध का बिगुल बज चुका हो, सेनाएं विरोधी सेना का धूल चटाने के लिए कमर कस चुकी हों। और तभी खबर आए कि आपके घर का ही एक सदस्य विरोधी सेना में शामिल हो चुका है। ऐसा ही कुछ भाजपा के साथ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुआ है।
दरअसल सीएम शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह ने कांग्रेस का दामन थाम कर अपने जीजा जी के माथे पर सिलवटें डाल दी हैं।
वहीं दिल्ली में कमलनाथ ने संजय सिंह को पार्टी की सदस्यता दिलवाई। संजय सिंह के कांग्रेस में शामिल होते ही कयास लगाए जाने लगे हैं कि वह बुधनी सीट पर अपने बहनोई के खिलाफ ही चुनाव में ताल ठोक सकते हैं।
कांग्रेस में शामिल होते ही संजय सिंह ने शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी पर निशाना साधना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि कामदारों को किनारे किया जा रहा है जबकि नामदारों को मैदान में उतारा जा रहा है।
बीजेपी की पहली सूची पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो कार्यकर्ता काम कर रहे हैं उन्हें किनारे कर नेताओं के भाई-भतीजों को टिकट दिया गया है।
सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी के लोग पूरी तरह से परिवारवाद में डूबे हुए हैं। उन्होंने कहा कि आज मध्य प्रदेश को शिवराज की नहीं नाथ की जरूरत है।
आज जिस तरह से पूरे प्रदेश की स्थिति है उसे देखते हुए उन्होंने यह फैसला लिया है। कमलनाथ की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा में जो कमलनाथ ने किया वह काबिले तारीफ़ है। अब मध्य प्रदेश कमलनाथ के नाम से जाना जाएगा।
आपको बता दें कि चुनावों से पहले संजय सिंह का कांग्रेस में शामिल होना शिवराज के लिए एक बड़ा धमाका हो सकता है। कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि संजय सिंह को शिवराज सिंह के सामने उनकी विधानसभा सीट बुधनी से उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
बता दें कि संजय सिंह पहले अभिनेता भी रहे चुके हैं और राजनीति में भी कभी-कभार ही सक्रिय नजर आते थे।