लोहिया संस्थान में जल्द शुरू होगा बोन मैरो ट्रांसप्लांट, गंभीर रोगियों को बड़ी राहत

लखनऊ। खून की गंभीर बीमारियों से जूझ रहे बच्चों और वयस्कों के लिए खुशखबरी है। राजधानी स्थित लोहिया संस्थान में जल्द ही बोन मैरो ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने जा रही है। संस्थान का हेमेटोलॉजी विभाग इसकी तैयारी में जुट गया है। फिलहाल गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों की स्क्रीनिंग की जा रही है।
संस्थान में इस समय किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा उपलब्ध है और अब दूसरे चरण में बोन मैरो ट्रांसप्लांट शुरू होगा। हेमेटोलॉजी विभाग में स्थायी डॉक्टरों की तैनाती हो चुकी है। साथ ही प्रशिक्षित नर्सिंग व पैरामेडिकल स्टाफ भी उपलब्ध है।
संस्थान के रजिस्ट्रार और ब्लड एंड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुदत्त चंद्र ने बताया कि विभाग में अब तक 224 बच्चे पंजीकृत हो चुके हैं। इनमें से 15 साल तक के बच्चों का इलाज हेमेटोलॉजी विभाग में किया जा रहा है। निजी अस्पतालों में बोन मैरो ट्रांसप्लांट की लागत बहुत अधिक है, ऐसे में सरकारी संस्थान में यह सुविधा शुरू होने से गंभीर रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी।
अब तक 80 बच्चों का बोन मैरो ट्रांसप्लांट प्रोफाइल तैयार किया जा चुका है। इसमें जेनेटिक जांच भी शामिल है, और 80 बच्चे ट्रांसप्लांट के लिए उपयुक्त पाए गए हैं। इस साल के अंत तक बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेंटर शुरू करने की तैयारी है।
पिछले महीने संस्थान में 429 मरीजों को बिना डोनर रक्त उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा 45 मरीजों को प्लाज्मा भी दिया गया।
डॉ. सुदत्त चंद्र ने कहा कि जरूरतमंद मरीजों की मदद के लिए नियमित रूप से रक्तदान करना बेहद जरूरी है। समय-समय पर रक्तदान करने से गंभीर मरीजों की जान बचाई जा सकती है।